25 घंटे में शहर में 249 एमएम बरसात हुई, यह भी एक रिकॉर्ड
दुनिया का दूसरा गर्म शहर बना था श्रीगंगानगर, पारा 49.4°▬ डिग्री {गर्मी में जून माह में श्रीगंगानगर ने एक नया रिकॉर्ड बनाया। 13 जून को 49.4 डिग्री पारा दर्ज हुआ। 14 जून 1934 को 50 डिग्री पारा रहा था। 49.4 डिग्री पारे के साथ श्रीगंगानगर दुनिया में सबसे गर्म शहर रहा। खास बात यह रही कि जून में लगातार 12 दिन देश में भी सबसे गर्म श्रीगंगानगर ही था। {96.21% बारिश ज्यादा : श्रीगंगानगर जिले में एक जून से 30 सितंबर तक औसतन 200.42 एमएम बारिश होती थी। अगस्त माह में ही 320.57 एमएम बारिश हुई। अगस्त में ही 96.21% अधिक बरसात हुई। इतनी अधिक बारिश से खेतों में खड़ी फसलें गल गई थी। {इसलिए गर्मी ज्यादा: 13 जून को दुनिया का सबसे गर्म शहर बना था पाकिस्तान का जैकोबाबाद। जैकोबाबाद शहर कर्क रेखा के पास है, इसलिए सूर्य की किरणें सीधी पड़ती है, जिससे पारा बढ़ जाता था। पाक के रेगिस्तान से गर्म हवाएं चलने से कारण श्रीगंगानगर गर्म रहा था। तपन इतनी कि फसलें तक झुलस गई थीं {1 अगस्त को श्रीगंगानगर शहर में 25 घंटे में 249 एमएम बरसात हुई। इसलिए सेना को भी अलर्ट कर दिया गया था। पूरा शहर पानी से डूब चुका था। स्कूल भी बंद करवा दिए गए थे। इससे पहले 1928 में 24 घंटे में 251 एमएम बरसात हुई थी। 2025 में बारिश ने एक नया रिकॉर्ड बना दिया। 1928 में 24 घंटे में 251 MM बरसा था पानी 91 साल पहले 50 डिग्री रहा था पारा रिकॉर्ड, इस वर्ष मौसम ने तोड़ा 91 व 97 साल का रिकॉर्ड
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{गर्मी में जून माह में श्रीगंगानगर ने एक नया रिकॉर्ड बनाया। 13 जून को 49.4 डिग्री पारा दर्ज हुआ। 14 जून 1934 को 50 डिग्री पारा रहा था। 49.4 डिग्री पारे के साथ श्रीगंगानगर दुनिया में सबसे गर्म शहर रहा। खास बात यह रही कि जून में लगातार 12 दिन देश में भी सबसे गर्म श्रीगंगानगर ही था।
{96.21% बारिश ज्यादा : श्रीगंगानगर जिले में एक जून से 30 सितंबर तक औसतन 200.42 एमएम बारिश होती थी। अगस्त माह में ही 320.57 एमएम बारिश हुई। अगस्त में ही 96.21% अधिक बरसात हुई। इतनी अधिक बारिश से खेतों में खड़ी फसलें गल गई थी।
{इसलिए गर्मी ज्यादा: 13 जून को दुनिया का सबसे गर्म शहर बना था पाकिस्तान का जैकोबाबाद। जैकोबाबाद शहर कर्क रेखा के पास है, इसलिए सूर्य की किरणें सीधी पड़ती है, जिससे पारा बढ़ जाता था। पाक के रेगिस्तान से गर्म हवाएं चलने से कारण श्रीगंगानगर गर्म रहा था।
तपन इतनी कि फसलें तक झुलस गई थीं
{1 अगस्त को श्रीगंगानगर शहर में 25 घंटे में 249 एमएम बरसात हुई। इसलिए सेना को भी अलर्ट कर दिया गया था। पूरा शहर पानी से डूब चुका था। स्कूल भी बंद करवा दिए गए थे। इससे पहले 1928 में 24 घंटे में 251 एमएम बरसात हुई थी। 2025 में बारिश ने एक नया रिकॉर्ड बना दिया।
1928 में 24 घंटे में 251 MM बरसा था पानी
91 साल पहले 50 डिग्री रहा था पारा