नगर परिषद के 293 स्थाई और ठेके पर 170 से अधिक कर्मचारी सफाई कार्य के लिए नियुक्त
भास्कर न्यूज | बालोतरा जिला मुख्यालय के 45 वार्डों में साफ-सफाई व कचरा परिवहन पर नगर परिषद सालाना 10 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च कर रही है। इसमें 24 वार्डों में नगर परिषद के कर्मचारी तो 21 वार्डों में टेंडर जारी कर ठेके पर साफ-सफाई का कार्य करवाया जा रहा है। ऐसे में सफाई व्यवस्था के लिए करीब 450 सफाईकर्मी लगे हुए हैं। इसके बावजूद शहर की सफाई व्यवस्था बिगड़ी हुई है। नगर परिषद बोर्ड का कार्यकाल खत्म हुए 13 माह हो गए हैं, ऐसे में अधिकारियों के जिम्मे काम होने से सुध नहीं ले रहा हैं। शहर के वार्डों व मुख्य मार्गों पर साफ-सफाई व कचरा निस्तारण को लेकर तीन जोन के टेंडर जारी हो रखे हैं। इसके 21 वार्डों में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने व कचरा परिवहन का कार्य के लिए ठेके पर कार्मिक नियुक्त किए गए हैं, 24 वार्डों में नगर परिषद में लगे स्थाई कर्मचारी सफाई व्यवस्था संभाल रहे हैं। इसके बावजूद कई डंपिंग स्टेशन से 5-7 दिन तक कचरा नहीं उठाया जा रहा है। ^शहर के तीन जोन के वार्डों में सफाई कार्य को लेकर टेंडर जारी हो रखे हैं। वहीं शेष 24 वार्डों में परिषद के कर्मचारी साफ-सफाई कर रहे हैं। वार्डों में बनाए डंपिंग स्टेशनों से समय पर कचरे का उठाव करवाया जा रहा है। जहां सफाई व्यवस्था खराब होने की शिकायत मिलती है, मौके पर पहुंचकर व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। - नाथाराम कलबी, सफाई निरीक्षक, बालोतरा बालोतरा . बीपीएल कॉलोनी मार्ग पर पसरी गंदगी। बालोतरा . गांधीपुरा स्कूल के बाहर दोपहर बाद भी पसरी गंदगी। शहर के तीन जोन के 21 वार्डों में साफ-सफाई व कचरा परिवहन का कार्य टेंडर जारी कर कार्यकारी एजेंसियों को दे रखा है। इसमें जोन ए में वार्ड सं. 1,3,5,6,20,22, जोन बी में वार्ड सं. 29, 32, 35, 36, 38, 39, 40 व जोन सी में 23, 24, 41, 42, 43, 44 व 45 नंबर शामिल है। तीनों जोन में सफाई कार्य व कचरा परिवहन सहित झाड़ी कटिंग के कार्य को लेकर सालाना 2 करोड़ 17 लाख के टेंडर जारी हो रखे हैं। वहीं सफाई व्यवस्था को लेकर सुबह व शाम दोनों समय कार्य करने के निर्देश हैं, लेकिन वार्डों की गलियों में 5 से 7 दिन के अंतराल में सफाई हो रही है। नगर परिषद में 293 सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति हो रखी है। इसमें जमादार, वाहन चालक, कार्यालय में साफ-सफाई व अन्य नगरपालिका में भेजने पर शेष 200 कार्मिक सफाई पर लगे हुए हैं। वहीं तीन जोन में करीब 170 सफाईकर्मी ठेके पर लगे हुए हैं। परिषद में स्थाई कर्मचारियों की कमी के चलते भी सफाई का कामकाज प्रभावित हो रखा है। वार्डों में साफ-सफाई के बाद एकत्रित कचरे को गली-चौराहा के मुहाने पर बने डंपिंग स्टेशन पर डाला जा रहा है। जहां कई जगहों से 5 से 7 दिन के अंतराल में कचरा उठाया जाता है। साथ ही सीवरेज कार्य के चलते टूटी सड़कों पर समदड़ी रोड, गांधीपुरा, नया बस स्टैंड के महादेव कॉलोनी, सांसी कॉलोनी, दूध डेयरी के पीछे सप्ताह में कभी-कभार ही कर्मचारी पहुंचकर सफाई करते हैं। इसके बाद कई दिनों तक कचरा नहीं हटाने से दुर्गंध का माहौल बना रहता है।