मजदूर बन पुलिस ने बिछाया जाल, दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार:3 दिन तक उदयपुर में डेरा डालकर कंस्ट्रक्शन साइट से दबोचा
नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म के मामले में पिछले 11 महीनों से फरार चल रहे 5 हजार रुपए के इनामी आरोपी को दानपुर थाना पुलिस ने फिल्मी अंदाज में गिरफ्तार कर लिया। शातिर आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिसकर्मी मजदूर बनकर कंस्ट्रक्शन साइट्स पर घूमते रहे और आखिरकार उदयपुर में उसे दबोच लिया। सहेली के साथ गई थी नाबालिग, आरोपी बाइक पर ले गया घटना 31 जनवरी 2025 की है। कालाखेत निवासी पीड़िता के पिता ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी 14 वर्षीय पुत्री घर पर काम कर रही थी। इसी दौरान उसकी सहेली आई और दोनों साथ चली गईं। बाद में पता चला कि कुंडा निवासी शंकर पुत्र मानु उसे बहला-फुसलाकर अपनी बाइक पर बैठाकर ले गया।पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की। 5 महीने बाद लौटी पीड़िता, आरोपी फिर हुआ फरार करीब 5 महीने बाद 8 जुलाई 2025 को पीड़िता आरोपी के चंगुल से छूटकर वापस घर पहुंची। इसके बाद दुष्कर्म की धाराएं भी जोड़ी गईं, लेकिन आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। उसकी गिरफ्तारी पर 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। आरोपी की तलाश में पुलिस ने मध्यप्रदेश के रतलाम, इंदौर और उज्जैन में कई बार दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं आया। इसी दौरान सूचना मिली कि आरोपी उदयपुर में कहीं छिपकर मजदूरी कर रहा है। मजदूर ठेकेदार बनकर कंस्ट्रक्शन साइट पर पहुंचे पुलिसकर्मी सूचना के बाद टीम के एएसआई वीरेंद्र राज सिंह और कॉन्स्टेबल हीरालाल उदयपुर पहुंचे। दोनों ने अपनी पहचान छिपाकर खुद को मजदूर ठेकेदार बताया और 3 दिनों तक शहर की अलग-अलग निर्माण साइट्स पर घूमते रहे।एक जगह छत भराई के काम के दौरान मजदूरों की लिस्ट चेक की गई, जिसमें इनामी आरोपी शंकर का नाम सामने आ गया। टीम ने बिना देरी किए उसे वहीं से डिटेन कर लिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और उसे कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही है। मामले में आगे की जांच जारी है।
नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म के मामले में पिछले 11 महीनों से फरार चल रहे 5 हजार रुपए के इनामी आरोपी को दानपुर थाना पुलिस ने फिल्मी अंदाज में गिरफ्तार कर लिया। शातिर आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिसकर्मी मजदूर बनकर कंस्ट्रक्शन साइट्स पर घूमते रहे और आखिरक