गोगामेड़ी में नववर्ष मेला 30-31 दिसंबर को:पंच गौरव अभियान के तहत शोभायात्रा, सांस्कृतिक संध्या और खेल प्रतियोगिताएं
हनुमानगढ़ जिले के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल गोगामेड़ी में 30 और 31 दिसंबर 2025 को नववर्ष मेला गोगामेड़ी-2026 आयोजित किया जाएगा। इस दो दिवसीय मेले का संयुक्त आयोजन पर्यटन विभाग, जिला प्रशासन और देवस्थान विभाग, हनुमानगढ़ द्वारा किया जा रहा है। यह आयोजन 'पंचगौरव: एक जिला, एक पर्यटन स्थल' अभियान का हिस्सा है। इसका मुख्य उद्देश्य धार्मिक स्थलों के साथ-साथ क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा देना है। देवस्थान विभाग के अनुसार, मेले के दौरान विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक और मनोरंजक कार्यक्रम होंगे। 30 दिसंबर की सुबह एक भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें सजे-धजे रथ, ध्वज, निशान, नगाड़े, बैंड-बाजे, आतिशबाजी, लोक नृत्य और अखाड़ों द्वारा शक्ति प्रदर्शन मुख्य आकर्षण होंगे। श्रद्धालु पारंपरिक वेशभूषा में शोभायात्रा में भाग लेंगे। इसी दिन, 30 दिसंबर की शाम को एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। इसमें लोक कलाकारों के साथ-साथ स्कूल और कॉलेज के छात्र तथा स्थानीय कलाकार लोकनृत्य, लोकगीत, संगीत और नाट्य प्रस्तुतियां देंगे। 31 दिसंबर को भी एक और सांस्कृतिक संध्या होगी, जिसमें प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए कलाकार और स्थानीय प्रतिभाएं अपनी प्रस्तुतियां देंगी। इस दिन ग्रामीण खेल प्रतियोगिताएं और विभिन्न लोक विधाओं का प्रदर्शन भी किया जाएगा। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य गोगामेड़ी क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को उजागर करना है। देवस्थान विभाग ने मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इस मेले के माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने और गोगामेड़ी को पर्यटन मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
हनुमानगढ़ जिले के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल गोगामेड़ी में 30 और 31 दिसंबर 2025 को नववर्ष मेला गोगामेड़ी-2026 आयोजित किया जाएगा। इस दो दिवसीय मेले का संयुक्त आयोजन पर्यटन विभाग, जिला प्रशासन और देवस्थान विभाग, हनुमानगढ़ द्वारा किया जा रहा है।
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यह आयोजन 'पंचगौरव: एक जिला, एक पर्यटन स्थल' अभियान का हिस्सा है। इसका मुख्य उद्देश्य धार्मिक स्थलों के साथ-साथ क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा देना है।
देवस्थान विभाग के अनुसार, मेले के दौरान विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक और मनोरंजक कार्यक्रम होंगे। 30 दिसंबर की सुबह एक भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें सजे-धजे रथ, ध्वज, निशान, नगाड़े, बैंड-बाजे, आतिशबाजी, लोक नृत्य और अखाड़ों द्वारा शक्ति प्रदर्शन मुख्य आकर्षण होंगे। श्रद्धालु पारंपरिक वेशभूषा में शोभायात्रा में भाग लेंगे।