धौलपुर में साल के अंतिम दिन भी छाया घना कोहरा:विजिबिलिटी 30 मीटर से भी कम रही, तेज ठंड से जनजीवन प्रभावित
धौलपुर में शहर साल के आखिरी दिन घने कोहरे और कड़ाके की ठंड की चपेट में रहा। लगातार चौथे दिन भी सुबह से ही शहर धुंध में डूबा रहा, जिससे विजिबिलिटी 30 मीटर से भी कम रही। इसके चलते आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ा और सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी रही। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को धौलपुर का अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर भारत में पड़ रही कड़ाके की ठंड का असर धौलपुर में भी साफ तौर पर देखा गया। बर्फीली और सर्द हवाओं के कारण लोग घरों में रहने को मजबूर हुए। सुबह और शाम के समय ठंड का असर अधिक रहा। सड़कों, चौराहों और बाजारों में लोग अलाव तापते हुए दिखाई दिए। विशेषकर बुजुर्गों, बच्चों और राहगीरों को ठंड से बचाव के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ी। मौसम विभाग ने पहले ही कड़ाके की सर्दी और कोहरे की चेतावनी जारी की थी, जो अब सटीक साबित हो रही है। आने वाले दिनों में भी ठंड का असर बने रहने की संभावना है, जिसके मद्देनजर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
धौलपुर शहर साल के आखिरी दिन घने कोहरे और कड़ाके की ठंड की चपेट में रहा। लगातार चौथे दिन भी सुबह से ही शहर धुंध में डूबा रहा, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई। इसके चलते आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ा और सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी रही। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को धौलपुर का अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर भारत में पड़ रही कड़ाके की ठंड का असर धौलपुर में भी साफ तौर पर देखा गया। बर्फीली और सर्द हवाओं के कारण लोग घरों में रहने को मजबूर हुए। सुबह और शाम के समय ठंड का असर अधिक रहा। सड़कों, चौराहों और बाजारों में लोग अलाव तापते हुए दिखाई दिए। विशेषकर बुजुर्गों, बच्चों और राहगीरों को ठंड से बचाव के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ी। मौसम विभाग ने पहले ही कड़ाके की सर्दी और कोहरे की चेतावनी जारी की थी, जो अब सटीक साबित हो रही है। आने वाले दिनों में भी ठंड का असर बने रहने की संभावना है, जिसके मद्देनजर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।