पाली में बसों की छत से हटेंगे कैरियर-सीढ़ियां:31 दिसंबर तक का समय दिया; 1 जनवरी से होगा एक्शन
पाली में बसों की छत पर लगे कैरियर और साइड में लगी सीढियां हटाई जाएंगी। इसको लेकर 31 दिसम्बर तक का समय दिया गया है। इसके बाद 1 जनवरी से प्रादेशिक परिवहन अधिकारी कार्रवाई करेंगे। इसको लेकर प्रादेशिक परिवहन अधिकारी ने जिले के सभी निजी बस मालिकों, संचालकों एवं चालकों से अपील की है कि वे अपनी बसों की छतों पर लगे कैरियर तथा ऊपर चढ़ने के लिए लगाई गई सीढ़ियों को 31 दिसम्बर तक अनिवार्य रूप से हटा लें। इसके लिए संबंधित सभी पक्षों को तीन दिवस का समय दिया किया गया है। निर्धारित अवधि के बाद अगर किसी बस में छत का कैरियर या सीढ़ियां पाई जाती हैं तो एक जनवरी 2026 से कार्रवाई की जाएगी। नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर चालान काटने के साथ बसों को सीज किया जाएगा। इसलिए लिया निर्णय प्रादेशिक परिवहन अधिकारी ने बताया- कुछ निजी बस संचालक बसों की छतों पर यात्रियों को बैठा लेते हैं और अधिक सामान लाद लेते हैं। इससे सड़क हादसे होने की संभावना रहती है। राज्य सरकार सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर है। ओवर लोडिंग एवं ओवर क्राउडिंग की समस्या को ध्यान में रखते हुए यह निर्देश जारी किए गए हैं ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
पाली में बसों की छत पर लगे करियर और साइड में लगी सीढिय़ां हटाई जाएगी। इसको लेकर 31 दिसम्बर तक का समय दिया गया है। उसके बाद एक जनवरी से प्रादेशिक परिवहन अधिकारी कार्रवाई करेंगे। इसको लेकर प्रादेशिक परिवहन अधिकारी ने जिले के सभी निजी बस मालिकों, संचालकों एवं चालकों से अपील की है कि वे अपनी बसों की छतों पर लगे करियर तथा ऊपर चढ़ने के लिए लगाई गई सीढ़ियों को 31 दिसम्बर तक अनिवार्य रूप से हटा ले। इसके लिए संबंधित सभी पक्षों को तीन दिवस का समय दिया किया गया है। निर्धारित अवधि के बाद यदि किसी बस में छत का करियर अथवा सीढ़ियां पाई जाती हैं तो एक जनवरी 2026 से कार्रवाई की जाएगी। नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर चालान काटने के साथ बसों को सीज किया जाएगा।
इसलिए लिया निर्णय प्रादेशिक परिवहन अधिकारी ने बताया कि कुछ निजी बस संचालकों द्वारा बसों की छतों पर यात्रियों को बैठाने तथा सामान लादा जाता है। जिससे सड़क हादसे होने की संभावना रहती है। राज्य सरकार सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर है। ओवर लोडिंग एवं ओवर क्राउडिंग की समस्या को ध्यान में रखते हुए यह निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।