भोपाल की ईरानी गैंग की वारदात, पीड़ित ने ही डीजी संग योजना बना की छापेमारी, 35 गिरफ्तार
श्रीगंगानगर से कोतवाली की एक टीम बीते 8 दिनों से भोपाल में डेरा डाले हुए है। सेतिया चौकी प्रभारी रामेश्वरलाल बिश्नाई सहित स्टाफ ने भोपाल पुलिस के साथ योजना बनाने से लेकर छापेमारी करने तक में भूमिका निभाई। सामने आया है कि ईरानी गैंग ने राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, एमपी और झारखंड राज्यों में 1000 से अधिक वारदातें की हुई हैं। यहां कॉलोनी में नियम है कि जो भी चोरी करके लाता है, उसे चुराए गए सामान में से अकेले को 20 फीसदी मिलता है। शेष 80 फीसदी से कॉलोनी के हर घर का खर्चा चलता है। पुलिस ने जब-जब कॉलोनी में तलाशी लेने की कोशिश की, महिलाएं आगे आकर विरोध करती थी। वे खुद को तथा बच्चों को घायल कर लेते थे, इसलिए पुलिस पीछे हट जाती थी। के सदस्य हैं। दो बार कोतवाली टीम भोपाल गई, लेकिन भोपाल पुलिस ने ईरानी डेरे में हाथ डालने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद हमने डिप्लोमेटिक प्लान बनाया। राजस्थान पुलिस के पूर्व डीजीपी बीएल सोनी मेरे पापा के मौसेरे भाई हैं। हमने उनकी मदद से भोपाल डीजीपी कैलाश मकराना से संपर्क कर मामला बताया। उन्होंने कमिश्नर हरिनारायण मिश्रा के पास भेजा। वहां डीसीपी-4 आईपीएस मयूर खंडेलवाल को बुलाया गया। मैं जब खंडेलवाल से मिला तो पता चला कि वे अलवर के ही रहने वाले हैं। इससे रिश्ते आत्मीय हो गए। कमिश्नर हरिनारायण मिश्रा और डीसीपी मयूर खंडेलवाल के साथ मिलकर योजना बनाई गई। भोपाल पुलिस के 400 जवानों के साथ 27-28 दिसंबर की रात 3 बजे ईरानी बस्ती को घेरा। पत्थरबाजी हुई, कई जवान घायल हो गए। तलाशी ली गई, 35 ईरानी युवक गिरफ्तार किए गए। कार्रवाई के दौरान ईरानी डेरा से पुलिस ने बिना नंबर महंगी 21 बाइक, 51 मोबाइल फोन, एक एप्पल का टैबलेट, 9 यूएस डॉलर, ईरानी रियाल राशि 10 हजार, फर्जी पत्रकार होने संबंधी माइक तथा आईडी, एक नकली पिस्टल, कई राज्यों की वाहनों की फर्जी नंबर प्लेट जब्त की। बिना रजिस्ट्रेशन नंबर से इन बाइक पर चेन स्नेचिंग, मोबाइल लूट एवं अन्य वारदातें करते थे। जिस दिन वारदात हुई मैं दुकान में नहीं था। मेरे पिता मदनलाल सोनी दुकान में बैठे थे। वारदात के बाद वे तनाव में आ गए कि उनकी वजह से नुकसान हो गया। वैसे भी यह चोरी पूरे स्वर्णकार समाज के लिए चुनौती थी। जिला पुलिस ने लगातार बहुत अधिक प्रयास किए। इससे हमें पता चल गया कि वारदात करने वाले भोपाल की ईरानी गैंग भास्कर संवाददाता | श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर बड़ा मंदिर मार्केट में 7 नवंबर को दोपहर करीब 12 बजे 16 लाख रुपए कीमत से अधिक का सोना चोरी हो गया था। यह वारदात स्वर्णकार संघ के जिलाध्यक्ष आकाशदीप ठाकरान की दुकान में हुई थी। संगठन के जिलाध्यक्ष की दुकान से चोरी ने स्वर्ण आभूषण कारोबारियों और पुलिस को खुली चुनौती दे दी थी। दिन बीतते गए और पुलिस अनुसंधान में सामने आया कि यह वारदात भोपाल की ईरानी गैंग की ओर से की गई है। ईरानी गैंग को पकड़ने को कोतवाली से दो टीमें दो बार जाकर आईं, लेकिन पार नहीं पड़ी। क्योंकि भोपाल की ईरानी कॉलोनी में भोपाल पुलिस की घुसने की हिम्मत ही नहीं होती थी। फिर पीड़ित ने ही योजना बनाकर सर्जिकल स्ट्राइक किया। अब वारदात के लगभग डेढ़ माह बाद आरोपियों को भोपाल में पकड़ा गया है। जानिए इस संघर्ष की कहानी खुद पीड़ित की जुबानी ---