सीएम बोले-राजस्थान में कोई भी घुसपैठिया नहीं रहेगा:पेपरलीक के 398 आरोपियों को जेल पहुंचाया, छोटा-बड़ा कोई नहीं बचेगा
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा- राजस्थान में अगर कोई भी घुसपैठिया होगा तो किसी भी कीमत पर राजस्थान में नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि पहले हम हिंदू विस्थापितों को नागरिकता देने के लिए सीएए कानून लेकर आए थे तो कांग्रेस ने उसका भी विरोध किया। अब हम घुसपैठियों को निकाल रहे हैं तो SIR का भी विरोध कर रहे हैं। सीएम सोमवार को सीतापुरा स्थित पूर्णिमा कॉलेज में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जयपुर प्रांत के 61वें अधिवेशन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। वहीं सीएम शर्मा ने कहा- पेपरलीक के 397-398 आरोपी अभी जेल में हैं। कांग्रेस छोटे-बड़े आरोपियों की बात करती है। मैंने कहा छोटा भी आएगा और बड़ा भी आएगा, रहेगा कोई नहीं। हिंदू विस्थापितों को नागरिकता देने के कानून का भी कांग्रेस ने किया था विरोध सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि हम देश से घुसपैठियों को चुन-चुनकर निकालेंगे। आपने देखा है कि आजादी के बाद हमारे जो हिंदू और सिख भाई पाकिस्तान और बांग्लादेश में रह गए थे। उनकी कितनी बड़ी संख्या थी, वो कहां चले गए। जब हम हिंदू विस्थापितों को नागरिकता देने के लिए कानून लेकर आए, कांग्रेस ने उसका भी विरोध किया। आपको इन्हें नागरिकता देने में क्या दिक्कत है। अभी घुसपैठियों को निकाल रहे हैं तो SIR का भी विरोध कर रहे हैं। पेपरलीक के 398 आरोपी जेल में सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा- पिछली कांग्रेस सरकार में युवाओं के साथ कुठाराघात हुआ। हमारे किसान, मजदूरों के बच्चे सरकारी नौकरी की तैयारी करते थे, लेकिन एक के बाद एक पेपरलीक होते थे। युवाओं के सपनों को चूर-चूर कर दिया जाता था। दो साल के अंदर 296 पेपर हुए हैं, क्या एक भी पेपर लीक हुआ। हमने वादा किया था कि पेपरलीक करने वालों को जेल में भी डालेंगे। आज 397-398 आरोपी जेल में हैं। डायरी-पेन रखकर हिसाब लगाते रहिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा- हमने वादा किया था कि हम पांच साल में 4 लाख सरकारी और 6 लाख प्राइवेट नौकरी देंगे। कांग्रेस वालों ने मुझे विधानसभा में पूछा, आपने घोषणा तो कर दी, इतनी नौकरी देंगे कहां से। मैंने उनसे कहा था कि डायरी-पेन जेब में रख लो और हिसाब लगाते रहो। हमने अभी तक 92 हजार नौकरियां दे दी है। आने वाले रोजगार उत्सव में हम 20 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र देने वाले हैं। इसके अलावा 1.56 लाख नौकरियां प्रक्रियाधीन हैं। इसके अलावा भी आरपीएससी और कर्मचारी चयन बोर्ड नई नौकरियों की निकालने वाला है।