शिवगंज में भाजपा कार्यालय 5 महीने से बंद:उद्घाटन के बाद सन्नाटा, जनता सुनवाई को भटक रही
राजस्थान की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आमजन की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए जनसुनवाई कार्यक्रमों को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसी उद्देश्य से राज्य स्तर से लेकर स्थानीय स्तर तक जनसुनवाई को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार का दावा है कि आम आदमी की पीड़ा सीधे सुनी जाए और उसका समाधान समयबद्ध तरीके से हो। इसी क्रम में नवंबर 2024 में शिवगंज शहर के तहसील रोड स्थित शास्त्री नगर के एक कॉम्प्लेक्स में भाजपा नगर मंडल कार्यालय का उद्घाटन किया गया था। इस अवसर पर राज्य मंत्री ओटाराम देवासी, सांसद और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे। उद्घाटन के दौरान यह घोषणा की गई थी कि कार्यालय में हर 15 दिन में जनसुनवाई आयोजित की जाएगी। हालांकि, उद्घाटन के बाद से ही यह कार्यालय अपने उद्देश्य पर खरा नहीं उतरा। कार्यालय के बाहर अक्सर ताले लटके दिखाई दिए, जिससे अपनी समस्या लेकर आने वाले आमजन को निराश होकर लौटना पड़ा। इस स्थिति को लेकर स्थानीय मीडिया में भी खबरें प्रकाशित हुईं, जिसके बाद कुछ समय के लिए कार्यालय का दरवाजा तो खुला, लेकिन अंदर कोई जिम्मेदार कार्यकर्ता या पदाधिकारी मौजूद नहीं थे। कुछ ही महीनों के भीतर, नगर पालिका प्रशासक एवं ईओ द्वारा संबंधित कॉम्प्लेक्स परिसर को सीज कर दिया गया। परिसर सीज होते ही भाजपा नगर मंडल कार्यालय भी स्वतः बंद हो गया। सत्ताधारी दल के कार्यालय के सीज होने की यह घटना शहर में चर्चा का विषय बन गई, जिससे आमजन में यह सवाल उठने लगा कि आखिर भाजपा जैसे सत्ताधारी दल के कार्यालय को सीज करने की नौबत क्यों आई। कार्यालय सीज होने के बाद अब लगभग चार महीने बीत चुके हैं, लेकिन भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष ताराराम कुमावत द्वारा अब तक कार्यालय का किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरण कर दोबारा संचालन शुरू नहीं किया गया है। इससे पार्टी की कार्यप्रणाली और जनसुनवाई व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। जनसुनवाई सिर्फ औपचारिकता नए साल के आगमन के साथ ही शहरवासियों में यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या जनसुनवाई के नाम पर खोला गया यह कार्यालय केवल एक औपचारिकता भर था। भाजपा जिला अध्यक्ष और मंडल अध्यक्ष के गृह क्षेत्र में ही कार्यालय का दोबारा शुरू न हो पाना कई संदेहों को जन्म दे रहा है। लोग यह भी पूछ रहे हैं कि क्या मंडल अध्यक्ष सब कुछ जानते हुए भी चुप्पी साधे हुए हैं, या फिर इसके पीछे कोई ऐसी वजह है जो अब तक सामने नहीं आ पाई है। आमजन को अब भी इंतजार है कि जनसुनवाई की बात करने वाली पार्टी स्थानीय स्तर पर कब अपनी व्यवस्था को दुरुस्त करेगी और जनता की समस्याओं को सुनने के लिए प्रभावी मंच उपलब्ध कराएगी। मंडल अध्यक्ष से संपर्क की कोशिशें नाकाम बंद कार्यालय को लेकर भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष ताराराम कुमावत का पक्ष जानने के लिए उनसे कई बार फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। इसके अलावा कोई संदेश या जवाब भी नहीं दिया गया। ऐसे में इस पूरे मामले पर मंडल अध्यक्ष की चुप्पी भी चर्चा का विषय बनी हुई है। क्या कहना है भाजपा पदाधिकारियों का भाजपा नगर मंडल उपाध्यक्ष राकेश हेडाऊ ने बताया कि वे पारिवारिक कार्यों में व्यस्त थे। जल्द ही नगर मंडल अध्यक्ष से संपर्क कर कार्यालय शुरू करने और जनसुनवाई को लेकर आवश्यक कदमों पर चर्चा कर मीडिया को अवगत कराया जाएगा। भाजपा नगर मंडल महामंत्री नरेश सिंधी ने कहा कि तहसील रोड पर किराए की दुकान तलाश की जा रही है और यथाशीघ्र कार्यालय शुरू कर दिया जाएगा। नए साल में कार्यालय संचालन में आ जाएगा। नगर मंत्री मोहनलाल मेघवाल ने बताया कि आगामी बैठक में बंद कार्यालय को लेकर विचार-विमर्श कर जल्द समाधान निकाला जाएगा। पूर्व मंडल महामंत्री एडवोकेट मुकेश प्रजापत ने कहा कि सत्ता में बैठी पार्टी को अपने कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों की जनसुनवाई के लिए कार्यालय शीघ्र शुरू करना चाहिए, ताकि जनता को समस्याओं के समाधान के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े।