बुजुर्ग की पीट-पीट कर हत्या करने वाले सगे भाई गिरफ्तार:पुश्तैनी जमीन में हिस्सा नहीं मिलने से नाराज थे; 5 आरोपी पहले पकड़े जा चुके
जमीन के विवाद में बुजुर्ग की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में फरार चल रहे दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले में अब तक कुल 7 आरोपी पकड़े जा चुके है। पुलिस ने आरोपियों के पास से वारदात में प्रयुक्त खून से सना सरिया, कुल्हाड़ी और लाठी भी बरामद की हैं। पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी अनिल कुमार और मनोज उर्फ मनीष पुत्र लालू मईडा ने चौंकाने वाले खुलासे किए है। मृतक कानजी और उसके सगे भाई कचरू, लालु और बापुडा के बीच लंबे समय से पैतृक जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। पुलिस के अनुसार- कानजी ने अपने निसंतान बाबा उंकार की पूरी जमीन अपने नाम करवा ली थी। उसमें सगे भाइयों को हिस्सा नहीं दिया था। इसी रंजिश को लेकर 10 दिसंबर को भाइयों और उनके बेटों ने मिलकर उसकी पीट- पीटकर हत्या कर दी। गर्भवती बहू और बेटों पर भी बरसाई कुल्हाड़ी 10 दिसंबर की शाम जब कानजी का बेटा बलदेव प्रधानमंत्री आवास के लिए जमीन समतल करवा रहा था, तभी आरोपी एकराय होकर लाठी, पत्थर और कुल्हाड़ी लेकर आए। हमलावरों ने कानजी को बुरी तरह पीटा। साथ ही उसकी गर्भवती बहू रीना और बेटों को भी बेरहमी से पीटा। हालत बिगड़ने पर कानजी को उदयपुर रेफर किया गया था, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। एमपी के जंगलों में छिपे थे आरोपी एसपी सुधीर जोशी के निर्देशन में गठित टीम ने बताया- वारदात के बाद सभी आरोपी पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश(एमपी) में छिप गए थे। थानाधिकारी लक्ष्मीचंद के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मुखबिरी और तकनीकी सहायता से आरोपियों का पीछा किया और सोमवार को अनिल कुमार और मनोज उर्फ मनीष पुत्र लालू मईडा को गिरफ्तार कर लिया। अब तक ये हुए गिरफ्तार मामले में अब तक सेवाराम, वासुदेव, बापुलाल (सगा भाई), कचरू (सगा भाई), मणिलाल, अनिल और मनोज को गिरफ्तार कर चुकी है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। 12 सदस्यों की टीम गठित की थी इस कार्रवाई में थानाधिकारी लक्ष्मीचंद, एएसआई रवि कुमार, रमेशचंद्र, हेड कांस्टेबल हेमेन्द्रसिंह, कृष्णपाल सिंह सहित 12 सदस्यीय टीम की अहम भूमिका रही। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि घटना से जुड़े अन्य तथ्यों का खुलासा हो सके।