डीडवाना-कुचामन में प्राकृतिक खेती को मिलेगा बढ़ावा:54 क्लस्टरों में 6750 किसानों को मिलेगा प्रशिक्षण
डीडवाना-कुचामन जिले में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन (NMNF) और मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के तहत, जिले के 54 चयनित क्लस्टरों में 6750 किसानों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) कार्यालय, डीडवाना-कुचामन के अनुसार, ये प्रशिक्षण कार्यक्रम जनवरी 2026 में जिले की विभिन्न पंचायत समितियों में आयोजित होंगे। प्रत्येक शिविर में 125 किसान भाग लेंगे। प्रशिक्षण भारत सरकार द्वारा चयनित संस्था कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके)-मोलासर के वैज्ञानिकों और विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण में किसानों को प्राकृतिक खेती की आधुनिक तकनीकों, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन, जैविक आदानों का उपयोग, लागत में कमी और टिकाऊ उत्पादन प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इस योजना के तहत प्रति किसान प्रतिदिन 125 रुपये के व्यय का प्रावधान है। 50 क्लस्टरों को NMNF के तहत 100 प्रतिशत केंद्रीय सहायता मिलेगी, जबकि 4 क्लस्टरों का वित्तपोषण राज्य सरकार करेगी। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम कुचामन सिटी, नावां, मकराना, परबतसर, डीडवाना, मौलासर और लाडनूं पंचायत समितियों के विभिन्न गांवों में आयोजित किए जाएंगे। कृषि विभाग के अधिकारियों, कृषि पर्यवेक्षकों और संबंधित संस्थाओं को कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। कृषि विभाग का मानना है कि इस पहल से किसानों में प्राकृतिक खेती के प्रति जागरूकता बढ़ेगी, उत्पादन लागत कम होगी और पर्यावरण के अनुकूल टिकाऊ कृषि को बढ़ावा मिलेगा।
डीडवाना-कुचामन जिले में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन (NMNF) और मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के तहत, जिले के 54 चयनित क्लस्टरों में 6750 किसानों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) कार्यालय, डीडवाना-कुचामन के अनुसार, ये प्रशिक्षण कार्यक्रम जनवरी 2026 में जिले की विभिन्न पंचायत समितियों में आयोजित होंगे। प्रत्येक शिविर में 125 किसान भाग लेंगे। प्रशिक्षण भारत सरकार द्वारा चयनित संस्था कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके)-मोलासर के वैज्ञानिकों और विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रदान किया जाएगा।
प्रशिक्षण में किसानों को प्राकृतिक खेती की आधुनिक तकनीकों, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन, जैविक आदानों का उपयोग, लागत में कमी और टिकाऊ उत्पादन प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इस योजना के तहत प्रति किसान प्रतिदिन 125 रुपये के व्यय का प्रावधान है। 50 क्लस्टरों को NMNF के तहत 100 प्रतिशत केंद्रीय सहायता मिलेगी, जबकि 4 क्लस्टरों का वित्तपोषण राज्य सरकार करेगी।