डीडवाना में सैयद अब्दुल गनी पीर साहब का उर्स शुरू:54वां उर्स आज से, निकला झंडे का जुलूस
डीडवाना के शेख तालाब स्थित हजरत पीर अलहाज मौलवी सैयद अब्दुल गनी कादरी चिश्ती साहब का 54वां उर्स आज से शुरू हो गया है। तीन दिवसीय यह उर्स 30 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें विभिन्न धार्मिक और सूफियाना कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उर्स के पहले दिन आज शाम करीब 4 बजे शहर के नागौरी गेट से झंडे का जुलूस निकाला गया। यह जुलूस शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए दरगाह शरीफ पहुंचा, जहां पारंपरिक रूप से झंडा चढ़ाने की रस्म पूरी की गई। इस अवसर पर फातेहखानी हुई और श्रद्धालुओं को तबर्रुक वितरित किया गया। जुलूस में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। इस उर्स में शामिल होने के लिए राजस्थान के अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गुजरात सहित विभिन्न राज्यों से जायरीन डीडवाना पहुंच रहे हैं। दरगाह में हर वर्ष बड़ी संख्या में जायरीन आते हैं। उर्स के दूसरे दिन शहर में चादर का जुलूस निकाला जाएगा, जिसे बाबा की मजार पर चढ़ाया जाएगा। अंतिम दिन सुबह गुस्ल की रस्म अदा की जाएगी और प्रसिद्ध कव्वालों द्वारा दरगाह परिसर में सूफियाना कलाम पेश किया जाएगा।
डीडवाना के शेख तालाब स्थित हजरत पीर अलहाज मौलवी सैयद अब्दुल गनी कादरी चिश्ती साहब का 54वां उर्स आज से शुरू हो गया है। तीन दिवसीय यह उर्स 30 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें विभिन्न धार्मिक और सूफियाना कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
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उर्स के पहले दिन आज शाम करीब 4 बजे शहर के नागौरी गेट से झंडे का जुलूस निकाला गया। यह जुलूस शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए दरगाह शरीफ पहुंचा, जहां पारंपरिक रूप से झंडा चढ़ाने की रस्म पूरी की गई। इस अवसर पर फातेहखानी हुई और श्रद्धालुओं को तबर्रुक वितरित किया गया। जुलूस में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

दरगाह में हर वर्ष बड़ी संख्या में जायरीन आते हैं।
इस उर्स में शामिल होने के लिए राजस्थान के अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गुजरात सहित विभिन्न राज्यों से जायरीन डीडवाना पहुंच रहे हैं। दरगाह में हर वर्ष बड़ी संख्या में जायरीन आते हैं।
उर्स के दूसरे दिन शहर में चादर का जुलूस निकाला जाएगा, जिसे बाबा की मजार पर चढ़ाया जाएगा। अंतिम दिन सुबह गुस्ल की रस्म अदा की जाएगी और प्रसिद्ध कव्वालों द्वारा दरगाह परिसर में सूफियाना कलाम पेश किया जाएगा।