भाजपा ने 6 मोर्चा अध्यक्षों की घोषणा की:दो पूर्व केंद्रीय मंत्रियों, एक विधायक को दी कमान, शंकर गोरा को बनाया युवा मोर्चा का अध्यक्ष
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने प्रदेश पदाधिकारियों के बाद मोर्चा अध्यक्षों की घोषणा की है। महिला मोर्चा को छोड़कर 6 मोर्चों में अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। इसमें दो पूर्व केंद्रीय मंत्रियों, एक मौजूदा विधायक को भी जिम्मेदारी दी गई हैं। अल्पसंख्यक मोर्चा को छोड़कर सभी मोर्चा अध्यक्ष पार्टी ने बदल दिए हैं। केवल हमीद खां मेवाती को रिपीट किया गया है। उन्हें एक बार फिर अल्पसंख्यक मोर्चा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं युवा मोर्चा अध्यक्ष अंकित चेची को बदलते हुए उनकी जगह शंकर गोरा को युवा मोर्चा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। गोरा एबीवीपी में प्रदेश सह मंत्री और पार्टी में प्रदेश प्रवक्ता रह चुके हैं। छात्र राजनीति से ही युवाओं में सक्रियता को देखते हुए शंकर गोरा को युवा मोर्चा की कमान सौंपी गई है। दो पूर्व केंद्रीय मंत्रियों को जिम्मा पार्टी ने दो पूर्व केंद्रीय मंत्रियों को भी मोर्चों की जिम्मेदारी सौंपी है। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय राज्यमंत्री रहे निहालचंद मेघवाल को एससी (अनुसूचित जाति) मोर्चा और दूसरे कार्यकाल में केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री रहे कैलाश चौधरी को प्रदेश किसान मोर्चे का अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं भीलवाड़ा के जहाजपुर से विधायक गोपीचंद मीणा को एसटी (अनुसूचित जनजाति) मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ ही पिछली कार्यकारिणी में प्रदेश मंत्री रहे महेन्द्र कुमावत को ओबीसी मोर्चा का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया हैं। 13 दिन पहले मेघवाल ने की शाह से मुलाकात पूर्व केंद्रीय मंत्री निहालचंद मेघवाल की लंबे समय बाद सक्रिय राजनीति में वापसी हो रही है। मेघवाल वर्ष 2014 और 2019 में श्रीगंगानगर से सांसद रहे, लेकिन 2024 में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया। मेघवाल मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में साल 2014 से 2016 तक केंद्रीय राज्यमंत्री रहे। इस दौरान उन पर एक महिला ने रेप का आरोप भी लगा था। कोर्ट ने उन्हें नोटिस जारी करते हुए तलब किया। हालांकि बाद में उन्हें मामले में क्लीन चिट मिल गई। हाल ही 16 दिसंबर को निहालचंद मेघवाल ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। मुलाकात के 13 दिन बाद ही उन्हें पार्टी ने एससी मोर्चे का अध्यक्ष बना दिया।