पीएम कुसुम योजना में आवेदन का आज अंतिम दिन:खेतों में सौर ऊर्जा पंप संयंत्र लगाने पर मिलता है 60 फीसदी अनुदान
किसानों को खेती की बढ़ती लागत और बिजली की कमी से राहत देने के लिए सरकार विभिन्न योजनाएं चला रही है। इनमें प्रधानमंत्री कुसुम योजना (कंपोनेंट-बी) महत्वपूर्ण है। इस योजना के तहत खेतों में सौर ऊर्जा पंप संयंत्र लगाने पर केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर 60 प्रतिशत तक अनुदान प्रदान कर रही हैं। झालावाड़ जिले में इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर है। उद्यान विभाग के आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक कुल 261 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 84 आवेदन निरस्त किए गए हैं, जबकि 121 को स्वीकृति मिल चुकी है और 55 के लिए वर्क ऑर्डर जारी किए गए हैं। जिले में अब तक 40 सोलर पंप संयंत्र स्थापित किए जा चुके हैं, जिनका भौतिक सत्यापन भी पूरा हो गया है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि बिजली की बढ़ती किल्लत और कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा की आवश्यकता को देखते हुए सरकार ने योजना की प्रक्रिया तेज कर दी है। उद्यान विभाग, झालावाड़ के अनुसार, केवल वही किसान सोलर पंप संयंत्र स्थापित करवा पाएंगे जो 31 दिसंबर तक अपनी कृषक अंश राशि जमा कर देंगे। 500 सोलर पंप सेट लगाने का लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए झालावाड़ जिले को जयपुर से 500 सोलर पंप सेट लगाने का लक्ष्य मिला है। योजना के तहत पात्र किसानों को कुल लागत का 30 प्रतिशत अनुदान केंद्र सरकार और 30 प्रतिशत राज्य सरकार द्वारा दिया जाएगा। शेष 40 प्रतिशत राशि किसान को स्वयं वहन करनी होगी, जिसमें से 30 प्रतिशत तक बैंक ऋण के रूप में प्राप्त किया जा सकता है। ग्रीन हाउस, शेडनेट हाउस और लो-टनल योजना से जुड़े किसान भी इस योजना के लिए पात्र हैं। सोलर पंप लगने के बाद किसान दिन के समय सिंचाई कर सकेंगे, जिससे बिजली पर उनकी निर्भरता काफी कम हो जाएगी।
किसानों को खेती की बढ़ती लागत और बिजली की कमी से राहत देने के लिए सरकार विभिन्न योजनाएं चला रही है। इनमें प्रधानमंत्री कुसुम योजना (कंपोनेंट-बी) महत्वपूर्ण है। इस योजना के तहत खेतों में सौर ऊर्जा पंप संयंत्र लगाने पर केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर 60
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उद्यान विभाग के आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक कुल 261 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 84 आवेदन निरस्त किए गए हैं, जबकि 121 को स्वीकृति मिल चुकी है और 55 के लिए वर्क ऑर्डर जारी किए गए हैं। जिले में अब तक 40 सोलर पंप संयंत्र स्थापित किए जा चुके हैं, जिनका भौतिक सत्यापन भी पूरा हो गया है।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि बिजली की बढ़ती किल्लत और कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा की आवश्यकता को देखते हुए सरकार ने योजना की प्रक्रिया तेज कर दी है। उद्यान विभाग, झालावाड़ के अनुसार, केवल वही किसान सोलर पंप संयंत्र स्थापित करवा पाएंगे जो 31 दिसंबर तक अपनी कृषक अंश राशि जमा कर देंगे।