हांगकांग के 61 श्रद्धालु पार्श्व भैरव के दर्शन कर लौटे:ब्यावर में जैन समाज ने किया भव्य बहुमान
हांगकांग से आए 61 सदस्यीय जैन श्रद्धालुओं का एक विशेष जत्था श्री नाकोड़ा पार्श्व भैरव महातीर्थ की धार्मिक यात्रा पूरी कर ब्यावर लौट आया है। ब्यावर पहुंचने पर जैन समाज और स्थानीय श्रद्धालुओं ने जत्थे का भव्य स्वागत और बहुमान किया। इसके बाद जत्था जयपुर के लिए रवाना हो गया। प्रवासी श्रद्धालुओं ने जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान श्री पार्श्वनाथ और श्री नाकोड़ा भैरव देव के दर्शन किए। इन दिव्य दर्शनों से श्रद्धालु अत्यंत प्रसन्न हुए। श्री नाकोड़ा महातीर्थ से जुड़े समाजसेवी प्रकाश जैन ने बताया कि हांगकांग से आए 61 सदस्यीय दल ने रविवार अलसुबह नवकार महामंत्र का सामूहिक उद्घोष किया, जिससे पूरा तीर्थ गुंजायमान हो उठा। श्रद्धालुओं ने नवकार जप, इकतीसा और नाकोड़ा भैरव चालीसा का पाठ कर अपनी भक्ति प्रकट की। नाकोड़ा महातीर्थ के सीईओ सुरेंद्र राज सिंघवी ने जानकारी दी कि मुख्य मंदिर के पट खोलने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। रविवार को इस तीर्थ पर देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। इसी दिन देशभर के अधिवक्ताओं का एक राष्ट्रीय अधिवेशन भी आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं ने भी दर्शन-पूजन किया। तीर्थ के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट अमृतलाल जैन ने बताया कि मुख्य मंदिर के पट खुलने का लाभ हांगकांग निवासी श्रावक अक्षत-हीना जैन परिवार को मिला। इस अवसर पर जयपुर निवासी सुनील-मंजू जैन ने भी अपने परिवार सहित सामूहिक जप, आराधना और भक्ति की।
हांगकांग से आए 61 सदस्यीय जैन श्रद्धालुओं का एक विशेष जत्था श्री नाकोड़ा पार्श्व भैरव महातीर्थ की धार्मिक यात्रा पूरी कर ब्यावर लौट आया है। ब्यावर पहुंचने पर जैन समाज और स्थानीय श्रद्धालुओं ने जत्थे का भव्य स्वागत और बहुमान किया। इसके बाद जत्था जयपुर
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प्रवासी श्रद्धालुओं ने जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान श्री पार्श्वनाथ और श्री नाकोड़ा भैरव देव के दर्शन किए। इन दिव्य दर्शनों से श्रद्धालु अत्यंत प्रसन्न हुए।
श्री नाकोड़ा महातीर्थ से जुड़े समाजसेवी प्रकाश जैन ने बताया कि हांगकांग से आए 61 सदस्यीय दल ने रविवार अलसुबह नवकार महामंत्र का सामूहिक उद्घोष किया, जिससे पूरा तीर्थ गुंजायमान हो उठा। श्रद्धालुओं ने नवकार जप, इकतीसा और नाकोड़ा भैरव चालीसा का पाठ कर अपनी भक्ति प्रकट की।
नाकोड़ा महातीर्थ के सीईओ सुरेंद्र राज सिंघवी ने जानकारी दी कि मुख्य मंदिर के पट खोलने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। रविवार को इस तीर्थ पर देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। इसी दिन देशभर के अधिवक्ताओं का एक राष्ट्रीय अधिवेशन भी आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं ने भी दर्शन-पूजन किया।