चित्तौड़गढ़ के 9 थानों में जमा 'अवैध-नशा' नष्ट:30 मामलों में जब्त किया गया था डोडा चूरा और गांजा
चित्तौड़गढ़ जिले के 9 पुलिस थानों में जब्त किए गए अवैध डोडा चूरा और गांजा को सोमवार को नष्ट कर दिया गया। यह कार्रवाई न्यायालय से वेरिफिकेशन और अंतिम फैसला के बाद की गई। जिला औषधि व्ययन समिति की निगरानी में निंबाहेड़ा स्थित वंडर सीमेंट वर्क्स की कीलन में इन मादक पदार्थों को जलाकर पूरी तरह खत्म किया गया। इस दौरान पुलिस द्वारा करीब 50 क्विंटल अवैध डोडाचूरा और गांजा नष्ट किया गया। यह कार्रवाई पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के अनुसार और सुरक्षा के नियमों को ध्यान में रखते हुए की गई। मालखानों में जगह नहीं, इसलिए हुई कार्रवाई पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया- जिले के कई पुलिस थानों के मालखाने NDPS एक्ट के मामलों में जब्त मादक पदार्थों और गाड़ियों से भरे पड़े थे। इसके कारण अन्य जब्तशुदा सामान रखने में परेशानी हो रही थी। इसी प्रॉब्लम को दूर करने और थानों को स्वच्छ व व्यवस्थित रखने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया। पुलिस अधीक्षक कार्यालय की कार्यप्रणाली शाखा ने सभी संबंधित थानाधिकारियों से माल निस्तारण के प्रस्ताव मंगवाए और पूरे रिकॉर्ड की जांच कर कार्रवाई की तैयारी की। नष्ट करने से पहले हुआ तौल इस नष्टीकरण की कार्रवाई के दौरान महानिरीक्षक पुलिस उदयपुर रेंज गौरव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह और उदयपुर के एएसपी हर्ष रतनू मौजूद रहे। इसके अलावा पुलिस निरीक्षक जोधाराम, 9 थानों के थाना प्रभारी, मालखाना प्रभारी और कार्यप्रणाली शाखा के एएसआई मनोज कुमार सहित अन्य कर्मचारी भी उपस्थित थे। सभी जब्त मादक पदार्थों का पहले रिकॉर्ड से मिलान किया गया, फिर वजन किया गया। पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी करवाई गई। कपासन प्रकरण में 10 क्विंटल जब्त गांजा नष्ट नष्टीकरण के दौरान एक विशेष प्रकरण कपासन थाने से जुड़ा था, जिसमें 10 क्विंटल से ज्यादा गांजा जब्त किया गया था। इस प्रकरण में रेंज स्तरीय औषधि व्ययन समिति द्वारा महानिरीक्षक पुलिस गौरव श्रीवास्तव की उपस्थिति में गांजे का निस्तारण किया गया। यह कार्रवाई भी वंडर सीमेंट प्लांट की कीलन में की गई, जहां सुरक्षा और नियमों का पूरा ध्यान रखा गया। 30 मामलों में जब्त भारी मात्रा में डोडा चूरा और गांजा पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी कि जिले के कोतवाली निंबाहेड़ा, सदर निंबाहेड़ा, चंदेरिया, मंगलवाड़, निकुंभ, कपासन, बिजयपुर, पारसोली और शंभूपुरा थानों में कुल 30 मामले दर्ज थे। इनमें से 28 मामलों में 40 क्विंटल 12 किलो 690 ग्राम डोडाचूरा और 2 प्रकरणों में 10 क्विंटल 38 किलो 430 ग्राम गांजा जब्त किया गया था। ये सभी मादक पदार्थ तस्करों के कब्जे से पुलिस कार्रवाई के दौरान पकड़े गए थे। वंडर सीमेंट प्लांट की कीलन में जलाकर नष्ट किया गया जिले के 29 प्रकरणों में जब्त मादक पदार्थों का नष्टीकरण जिला औषधि व्ययन समिति चित्तौड़गढ़ द्वारा किया गया, जबकि एक प्रकरण रेंज स्तरीय समिति के माध्यम से नष्ट किया गया। वंडर सीमेंट के अधिकारियों और अन्य टीम की मौजूदगी में यह पूरी कार्रवाई संपन्न हुई। पुलिस प्रशासन का कहना है कि आगे भी ऐसे मामलों में समय-समय पर नष्टीकरण कर थानों को व्यवस्थित और अपराध मुक्त रखने का प्रयास जारी रहेगा।