झज्जर पुलिस ने अरेस्ट किया राजस्थान का ठग:व्यक्ति से 9 लाख ठगे, सोशल मीडिया पर भेजा लिंक, टास्क पूरा करने पर कमाई का झांसा
झज्जर साइबर क्राइम ब्रांच पुलिस ने 9 लाख रुपए की साइबर ठगी करने के आरोपी को अरेस्ट किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी पीड़ित व्यक्ति को टेलीग्राम के माध्यम से टास्क पूरा करने के नाम पर ठगी का शिकार बनाने का काम करता था। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। जानकारी देते हुए थाना प्रबंधक साइबर क्राइम झज्जर निरीक्षक सोमबीर कुमार ने बताया कि झज्जर निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत देते हुए बताया कि टेलीग्राम पर लिंक के माध्यम से धोखाधड़ी हुई है। अधिक मुनाफे के चक्कर में गवाएं 9 लाख पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि उसके पास टेलीग्राम पर एक लिंक आया था। लिंक भेजने वाले व्यक्ति ने कहा कि अगर टास्क पूरा करते हो तो आपको मुनाफा दिया जाएगा। इस लालच में आकर मैंने उनके कहे अनुसार अलग-अलग ट्रांजैक्शन करके उनके खाते में 9 लाख रूपए से ज्यादा डाल दिए। रुपए डालने के बाद मेरी समझ में आया कि मेरे साथ साइबर फ्रॉड हुआ है। आरोपी राजस्थान का रहने वाला शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ थाना साइबर क्राइम झज्जर में आपराधिक मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने बताया कि ठगी के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान रविंद्र निवासी गांव बाबरियों पिपलिया कलां, रायपुर जिला पाली राजस्थान के रहने वाले के तौर पर की गई। आरोपी लोगों को टेलीग्राम पर लिंक भेजकर लोगों को घर बैठे रुपए कमाने का झांसा देता था।
झज्जर साइबर क्राइम ब्रांच पुलिस ने 9 लाख रुपए की साइबर ठगी करने के आरोपी को अरेस्ट किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी पीड़ित व्यक्ति को टेलीग्राम के माध्यम से टास्क पूरा करने के नाम पर ठगी का शिकार बनाने का काम करता था। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज द
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जानकारी देते हुए थाना प्रबंधक साइबर क्राइम झज्जर निरीक्षक सोमबीर कुमार ने बताया कि झज्जर निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत देते हुए बताया कि टेलीग्राम पर लिंक के माध्यम से धोखाधड़ी हुई है।
अधिक मुनाफे के चक्कर में गवाएं 9 लाख
पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि उसके पास टेलीग्राम पर एक लिंक आया था। लिंक भेजने वाले व्यक्ति ने कहा कि अगर टास्क पूरा करते हो तो आपको मुनाफा दिया जाएगा। इस लालच में आकर मैंने उनके कहे अनुसार अलग-अलग ट्रांजैक्शन करके उनके खाते में 9 लाख रूपए से ज्यादा डाल दिए। रुपए डालने के बाद मेरी समझ में आया कि मेरे साथ साइबर फ्रॉड हुआ है।