गुरुग्राम कस्टडी में आसिफ की मौत पर हत्या की FIR:परिजन बोले- पुलिस ने 4 लाख रुपए मांगे, एनकाउंटर की धमकी दी; अवैध हिरासत में रखा
गुरुग्राम में आसिफ नाम के आरोपी की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में परिजनों ने फर्रुखनगर क्राइम ब्रांच में उसकी हत्या करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करवाई है। परिजनों का आरोप है कि 24 दिसंबर को जब उसे पकड़ा गया तो मामला रफा-दफा करने के लिए 4 लाख रुपए की डिमांड की गई। जब तक डिमांड पूरी नहीं की गई, तब तक उसे अवैध रूप से हिरासत में रखा गया। इतना ही नहीं परिजनों से ये भी कहा गया कि चार लाख नहीं दे सकते तो दो लाख भिजवा दो, नहीं तो आसिफ का एनकाउंटर कर देंगे। मृतक आसिफ के चाचा अलीजान की शिकायत पर फर्रुखनगर थाने में एफआईआर दर्ज कर क्राइम ब्रांच में तैनात एक एएसआई समेत चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर हंगामा इससे पहले शनिवार को आसिफ के परिवार वाले तिजारा से पूर्व विधायक इमरान खान के साथ गुरुग्राम पहुंचे। यहां परिजनों ने आसिफ की मौत के जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग पर अड़ गए और शव लेने से इंकार कर दिया। कई घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। मामला बिगड़ता देख पुलिस के उच्च अधिकारियों ने हत्या की एफआईआर और चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया। इसके बाद परिजनों ने शव लिया। मजिस्ट्रेट के सामने पोस्टमॉर्टम, वीडियोग्राफी करवाई मॉर्च्युरी में मजिस्ट्रेट के समक्ष तीन डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। सूत्रों के अनुसार पोस्टमॉर्टम के दौरान हल्की चोट के निशान पाए गए हैं। हालांकि यह साफ नहीं है कि यह ताजे हैं या पुराने। डाक्टरों ने बिसरा को जांच के लिए मधुबन लैब भेज दिया है। दो एसीपी और चार थानों के एसएचओ पहुंचे पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर परिजनों के विरोध को देखते हुए दो एसीपी और चार थानों के एसएचओ पूरे दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। इनमें एसीपी क्राइम ललित दलाल, एसीपी पटौदी सुखबीर सिंह, फर्रुखनगर, सिविल लाइंस, उद्योग विहार और सिटी थाने के प्रभारी मौजूद रहे। पुलिस पर मौत की जानकारी नहीं देने का आरोप इस दौरान भी परिवार वालों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शुरुआत में बातें छिपाई। सही तरीके से परिवार वालों को मौत के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी। उन्होंने कहा कि क्राइम ब्रांच की एक टीम शुक्रवार रात में ही आसिफ के घर पहुंची थी और परिवार वालों से उसका आधार कार्ड ले गई। उस दौरान भी आसिफ की मौत के बारे में जानकारी नहीं दी गई। गिरफ्तारी पर कन्ट्रोवर्सी आसिफ इकबाल की गिरफ्तारी को लेकर भी कन्ट्रोवर्सी सामने आ रही है। परिजनों का कहना है कि 24 दिसंबर को खैरथल के करेंडा गांव से पकड़ा गया था। जबकि आसिफ की मौत के बाद गुरुग्राम पुलिस पीआरओ की तरफ से बताया गया कि चोरी के मामले में आरोपी आसिफ को फर्रुखनगर मोड से गिरफ्तार किया। अलीजान द्वारा बताई आसिफ की गिरफ्तारी की पूरी कहानी............. 24 दिसंबर को पकड़ा: शाम करीब चार बजे चार पुलिसकर्मी रामपुरा गांव स्थित उनके भाई इकबाल के घर सादे कपड़ों में आए। उन्होंने अपने आप को फर्रुखनगर क्राइम ब्रांच से बताया। पुलिसकर्मियों ने उनके एक भतीजे इसरार को एक मोबाइल नंबर मिलाने के लिए कहा। इसरार ने जब नंबर लगाया तो वह आसिफ का था। आसिफ को बुलाया गया। जैसे ही आसिफ घर से बाहर आया तो पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। चार लाख रुपए की डिमांड की: पुलिसकर्मी आसिफ से पूछताछ करने लगे। पुलिसकर्मियों ने कहा कि उसके खिलाफ एक चोरी की एफआईआर दर्ज है, जिसमें आसिफ के सिम का इस्तेमाल हुआ है। कुछ देर बाद चारों पुलिसकर्मियों ने परिवार से चार लाख रुपए मांगे। कहा कि वह यह मामला यहीं रफा दफा कर देंगे और आसिफ को भी यही छोड़ जाएंगे। मारपीट नहीं करने के दो लाख मांगे: जब परिवार ने गरीब बताते हुए चार लाख देने से मना किया और कहा कि इतने पैसे नहीं हैं। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने दो लाख रुपए की डिमांड की और कहा कि वह आसिफ के साथ मारपीट नहीं करेंगे और न ही पुलिस रिमांड लेंगे। एनकाउंटर की धमकी दी: परिवार वालों ने जब पैसे देने से मना कर दिया, तो पुलिसकर्मियों ने धमकी दी कि यदि उन्होंने दो लाख नहीं पहुंचाए तो वह आसिफ को गंभीर चोट पहुंचाएंगे तथा खाने कमाने लायक भी नहीं छोड़ेंगे। कहीं पर भी एनकाउंटर करके मार देंगे। पुलिस पर हत्या करने का आरोप: इसके बाद पुलिसकर्मी आसिफ को लेकर चले गए। 26 दिसंबर को आसिफ के फांसी लगाकर सुसाइड की जानकारी दी गई। परिजनों का आरोप है कि क्राइम ब्रांच के कर्मचारियों ने जानबूझकर आसिफ की हत्या की है और इसे आत्महत्या बना दिया गया। अब पांच प्वाइंट में जानिए पुलिस द्वारा बताई कहानी..................... 26 दिसंबर को अरेस्ट किया: क्राइम ब्रांच फर्रुखनगर की टीम द्वारा केस नंबर 266/2025, धारा 305, 331(4) BNS, थाना फर्रुखनगर में वांटेड आरोपी आसिफ (उम्र-22 वर्ष) निवासी रामपुरा, भिवाड़ी (राजस्थान) को फर्रुखनगर मोड, गुरुग्राम से नियमानुसार गिरफ्तार किया गया था। शाम को 3:45 बजे फांसी ली: गिरफ्तारी के बाद आरोपी को क्राइम ब्रांच फर्रुखनगर में रखा गया। इसी दौरान शाम करीब 03.45 बजे आरोपी ने सर्दी में ओढ़ने के लिए दी गई रजाई का कवर फाड़ कर रोशनदान के जंगले में फांसी लगा ली। पुलिस तुरंत आरोपी को अस्पताल लेकर गई तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। तुरंत मजिस्ट्रेट जांच शुरू की: सुसाइड की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अवगत कराया गया तथा मौके पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करते हुए मजिस्ट्रेट जांच के लिए सक्षम प्राधिकारी को सूचना दी गई। पंचनामा की कार्रवाई नियमानुसार की गई और मृतक के परिजनों को सूचित किया गया। एसओपी के अनुसार कार्रवाई जारी: नियुक्ति न्यायिक जज द्वारा घटना से संबंधित सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है। इस घटना को लेकर मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुरूप कार्रवाई हो रही है। जांच पूरी होने के पश्चात आवश्यक तथ्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में फांसी से मौत: पुलिस की तरफ से दावा किया गया है कि डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा किए गए पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में कोई भी संदिग्ध तथ्य सामने नहीं आया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण Hanging मिला है।