टाइग्रेस PN-224 को जंगल में छोड़ा:शनिवार शाम को खोले गए सॉफ्ट एनक्लोजर के गेट, मध्यप्रदेश से बूंदी के रामगढ़ टाइगर रिजर्व लाई गई है
बूंदी के रामगढ़ टाइगर रिजर्व में हाल ही में मध्य प्रदेश के पेंच टाइगर रिजर्व से लाई गई टाइग्रेस PN-224 को जंगल में रिलीज किया गया। यह प्रक्रिया बजालिया सॉफ्ट रिलीज एनक्लोजर से पूरी की गई। सॉफ्ट एंक्लोजर से जंगल में रिलीज टाइग्रेस PN-224 को 22 दिसंबर की सुबह से सॉफ्ट रिलीज एनक्लोजर में रखा गया था। इसके बाद 27 दिसंबर को शाम 4:45 पर एनक्लोजर के गेट खोले गए। टाइग्रेस ने 28 दिसंबर की सुबह साढ़े तीन बजे बाहर निकलकर जंगल में प्रवेश किया, टाइग्रेस पूरी तरह से स्वस्थ है। वन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में किया रिलीज रिलीज वरिष्ठ वन अधिकारियों की मौजूदगी में विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों, फील्ड बायोलॉजिस्ट और प्रशिक्षित फ्रंटलाइन स्टाफ की निगरानी में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के तय प्रोटोकॉल के अनुसार पूरी की गई। टाइग्रेस की 24 घंटे की जाएगी मॉनिटरिंग रिलीज के बाद टाइग्रेस PN-224 की गतिविधियों, स्वास्थ्य और जंगल में रहने, रेडियो टेलीमेट्री, फील्ड ट्रैकिंग और 24×7 निगरानी रखी जाएगी। सॉफ्ट एनक्लोजर में कर चुकी शिकार टाइग्रेस ने मंगलवार को सॉफ्ट एंक्लोजर में शिकार भी किया। राजस्थान में बाघों की नस्ल बदलने के लिए पहली बार मध्य प्रदेश से 21 दिसंबर की रात बाघिन को लाया गया।
बूंदी के रामगढ़ टाइगर रिजर्व में हाल ही में मध्य प्रदेश के पेंच टाइगर रिजर्व से लाई गई टाइग्रेस PN-224 को जंगल में रिलीज किया गया। यह प्रक्रिया बजालिया सॉफ्ट रिलीज एनक्लोज़र से पूरी की गई। टाइग्रेस सॉफ्ट एंक्लोजर से जंगल में रिलीज टाइग्रेस PN-224 को 22 दिसंबर की सुबह से सॉफ्ट रिलीज एनक्लोज़र में रखा गया था। इसके बाद 27 दिसंबर को शाम 4:45 पर एनक्लोज़र के गेट खोले गए।टाइग्रेस ने 28 दिसंबर की सुबह साढ़े तीन बजे बाहर निकलकर जंगल में प्रवेश किया, टाइग्रेस पूरी तरह से स्वस्थ है। वन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में किया रिलीज रिलीज वरिष्ठ वन अधिकारियों की मौजूदगी में, विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों, फील्ड बायोलॉजिस्ट और प्रशिक्षित फ्रंटलाइन स्टाफ की निगरानी में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के तय प्रोटोकॉल के अनुसार पूरी की गई। टाइग्रेस की 24 घंटे की जाएगी मॉनिटरिंग रिलीज के बाद टाइग्रेस PN-224 की गतिविधियों, स्वास्थ्य और जंगल में रहने, रेडियो टेलीमेट्री, फील्ड ट्रैकिंग और 24×7 निगरानी रखी जाएगी। सॉफ्ट एंक्लोजर में कर चुकी शिकार टाइगर ने मंगलवार को सॉफ्ट एंक्लोजर में शिकार भी किया। राजस्थान में बाघों की नस्ल बदलने के लिए पहली बार मध्य प्रदेश से 21 दिसंबर की रात बाघिन को लाया गया।