सतीपुरा ओवरब्रिज डिजाइन विवाद पर PWD, भाजपा ने दी सफाई:ट्रैफिक प्लान स्पष्ट किया, महापंचायत के ऐलान से पहले की गई चर्चा
हनुमानगढ़ के सतीपुरा में निर्माणाधीन ओवरब्रिज के डिजाइन को लेकर चल रहे विवाद के बीच पीडब्ल्यूडी अधिकारियों और भाजपा नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस ओवरब्रिज के ऊपर बैठकर ही आयोजित की गई, जिसमें पुल के डिजाइन और ट्रैफिक प्लान को स्पष्ट किया गया। पीडब्ल्यूडी के कार्यवाहक एसई अनिल अग्रवाल ने बताया कि ओवरब्रिज का डिजाइन सुरक्षा मानकों के लिए समय-समय पर गठित कमेटियों के सुझावों के अनुसार तैयार किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसे फ्लाईओवर कहना गलत है, यह रेलवे लाइन के ऊपर बनाया गया ओवरब्रिज है। अग्रवाल ने आगे बताया कि पुल में संगरिया और जंक्शन की ओर निकलने वाले दो ब्रिज वाहन चालकों की सुविधा को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जंक्शन से संगरिया की ओर जाने वाले वाहन भी ओवरब्रिज के रास्ते जा सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें लगभग 400 मीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी। ट्रैफिक प्रबंधन के लिए अबोहर रोड और सतीपुरा बाइपास पर पुल उतरते ही छोटे राउंड अबाउट बनाए जाएंगे। इन राउंड अबाउट से वाहन चालक यू-टर्न ले सकेंगे। उल्लेखनीय है कि ओवरब्रिज के बीचोंबीच एक डिवाइडर होने के कारण जंक्शन से संगरिया का सीधा रास्ता बंद हो गया है, जिसका स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। इस मुद्दे पर 29 दिसंबर को महापंचायत का भी ऐलान किया गया है। विभागीय अधिकारियों और भाजपा नेताओं ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से महापंचायत से पहले अपनी स्थिति स्पष्ट करने का प्रयास किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा जिलाध्यक्ष प्रमोद डेलू, पूर्व जिलाध्यक्ष बलवीर बिश्नोई, भाजपा नेता आशीष पारीक, ओम सोनी और प्रदीप ऐरी सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे।
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों और भाजपा नेताओं ने हनुमानगढ़ के सतीपुरा में निर्माणाधीन ओवरब्रिज के डिजाइन और ट्रैफिक प्लान को स्पष्ट किया।
हनुमानगढ़ के सतीपुरा में निर्माणाधीन ओवरब्रिज के डिजाइन को लेकर चल रहे विवाद के बीच पीडब्ल्यूडी अधिकारियों और भाजपा नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस ओवरब्रिज के ऊपर बैठकर ही आयोजित की गई, जिसमें पुल के डिजाइन और ट्रैफिक प्लान को स्प
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पीडब्ल्यूडी के कार्यवाहक एसई अनिल अग्रवाल ने बताया कि ओवरब्रिज का डिजाइन सुरक्षा मानकों के लिए समय-समय पर गठित कमेटियों के सुझावों के अनुसार तैयार किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसे फ्लाईओवर कहना गलत है, यह रेलवे लाइन के ऊपर बनाया गया ओवरब्रिज है।