संरपंच पति ने पंचायत में कॉन्ट्रैक्ट लेकर उठाए लाखों रुपए:RTI के जरिए बड़ा खुलासा, विरोध करने पहुंचे ग्रामीण तो भवन पर लटका मिला ताला
उदयपुर में वारणी ग्राम पंचायत में सरपंच पति की ओर से पंचायत के कामों का ठेका लेने का बड़ा खुलासा सामने आया है। RTI के जरिए ये खुलासा हुआ है, जिसके बाद RTI लगाने वाले रमेश जाट सहित कुछ ग्रामीण जब आज(सोमवार) इसका विरोध जताने पंचायत पहुंचे तो वहां दोपहर 12 बजे तक ताला लगा हुआ था। इस दौरान ग्राम सचिव सहित सभी कर्मचारी नदारद थे। नियमानुसार,सरपंच के परिवार का कोई भी सदस्य संबंधित पंचायत में ठेका नहीं ले सकता है। इसके बावजूद भी सरपंच पति पंचायत के कामों का ठेका लेकर लाखों रुपए डकार गया। इस पूरे मुद्दे पर पंचायत भवन पहुंचकर मौके से कई बार सचिव राकेश यादव को कॉल किया, लेकिन उन्होंने कॉल नहीं अटेंड नहीं किया। फिर ग्रामीणों ने विकास अधिकारी शैलेंद्र खींची को कॉल कर पूरा मामला बताया। जिस पर उन्होंने मामले की जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। पति ने सरपंच पत्नी के पद का फायदा उठाया RTI एक्टिविस्ट रमेश जाट ने बताया कि सरपंच भंवरी बाई के पति पृथ्वीराज गुर्जर ने खुद की फर्म से ठेके लिए। इसमें छोटे-बड़े कई काम कराने के नाम पर लाखों के ठेके लिए गए। जबकि ये नियम विरुद्ध है। इसमें कुछ जगह तो काम भी नहीं हुआ है। ये पत्नी के पद का सीधे तौर पर फायदा उठाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इतना ही नहीं, सरपंच पति कई बार सरकारी दस्तावेजों पर खुद हस्ताक्षर करता है। इनकी मनमानी चल रही है। इसकी शिकायत जिला परिषद CEO, SDM और विकास अधिकारी को भी की गई है। कुबेर कंस्ट्रक्शन नाम से है फर्म, लाखों के ठेके उठाए सरपंच पति ने कुबेर कंस्ट्रक्शन नाम से अपनी फर्म बनाई हुई है। जिससे लाखों रुपए के ठेके लिए है। इस फर्म के लेटर पैड पर अलग-अलग मोबाइल नंबर अंकित थे, जो सरपंच पति पृथ्वीराज गुर्जर के थे। उनसे मामले को लेकर जब सवाल किया गया कि तो उन्होंने इस बारे में बात करने से इनकार कर दिया और कॉल काट दिया। इनपुट: ओम पुरोहित, मावली
उदयपुर में घासा पंचायम समिति की ग्राम पंचायत वारणी में सरपंच पति ने अपनी फर्म बनाकर पंचायत के कार्यों का ठेका लिया। जबकि नियमानुसार सरपंच के परिवार का कोई भी सदस्य संबंधित पंचायत ठेका नहीं ले सकता है। ये खुलासा RTI से हुआ है। इसको लेकर RTI लगाने वाले रमेश सहित कुछ ग्रामीण जब आज इसका विरोध जताने पंचायत पहुंचे तो वहां दोपहर 12 बजे तक ताला लगा था। ग्राम सचिव सहित सभी कर्मचारी नदारद थे। इसको लेकर ग्रामीणों ने मौके से कई बार सचिव राकेश यादव को कॉल किया, उन्होंने कॉल नहीं अटेंड नहीं किया। फिर विकास अधिकारी शैलेंद्र खींची को कॉल कर पूरा मामला बताया। जिस पर उन्होंने मामले की जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। पति ने सरपंच पत्नी के पद का फायदा उठाया: RTI एक्टिविस्ट