RTU में 1 जनवरी से ई-फाइलिंग लागू:फिजिकल के बजाय अब होगा ऑनलाइन काम,10 घंटे में करना होगा फाइल का निपटारा
SOURCE:Dainik Bhaskar Tech
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (RTU) कोटा में ई गवर्नेंस की दिशा में कदम बढ़ाते हुए ‘राज-काज’ ई-फाइल प्रणाली को लागू कर दिया है। इसके लागू होने से प्रशासनिक कार्यों में खर्च होने वाले अनावश्यक समय से मुक्ति मिलेगी। इसे 1 जनवरी से अनिवार्य लागू किया जाएगा। इस सिस्टम के लागू होने से फिजिकल के बजाय ऑन लाइन काम होगा। संबंधित अधिकारी-कर्मचारी को 10 घंटे के अंदर फाइल का निपटारा करना होगा। अगर 10 घंटे में निपटारा नहीं करने पर अलर्ट आना शुरू होगा। हर कर्मचारी फाइलों के जल्द निपटारे के लिए होगा बाध्य RTU के कुलगुरु प्रो. निमित चौधरी ने कहा कि इस सिस्टम से हर कर्मचारी फाइलों के जल्द से जल्द निपटारे के लिए बाध्य होगा। पुराने सिस्टम में कभी-कभी फाइलें ट्रेस नहीं हो पाती थी या गुम हो जाती थी और या फिर लंबी अवधि तक पड़ी रहती थी, वो अब नहीं होगा। अब फाइल तेजी से प्रोसेस होगी। कुलगुरु चौधरी ने कहा कि विश्वविद्यालय में पारदर्शिता, जवाबदेही और समय पर काम पूरा होने में बढ़ोतरी होगी। संभवतया RTU, 'राज-काज' प्रणाली लागू, ई-फाइलिंग लागू करने वाला प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है। राज-काज प्रणाली को लागू करने में लगातार किए गए प्रयास RTU के सह जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि कुलगुरु प्रो. निमित चौधरी और कुलसचिव भावना शर्मा के कार्यभार ग्रहण करने के बाद से ही प्रशासनिक सुधारों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। राज-काज प्रणाली को लागू करने में दोनों अधिकारियों की तरफ से लगातार प्रयास किए। राठौड़ ने बताया कि इस प्रणाली के सफल क्रियान्वयन के लिए डीओआईटी, कोटा के अधिकारियों महेन्द्र पाल और धीरज द्वारा विश्वविद्यालय के अधिकारियों, शिक्षकों एवं अशैक्षणिक कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया किया जा चुका है। प्रशिक्षण के दौरान ई-फाइलिंग, फाइल मूवमेंट, समय-सीमा और ऑनलाइन अनुमोदन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई है। बता दें, तकनीकी शिक्षा विभाग, राजस्थान सरकार की ओर से भी सभी तकनीकी संस्थानों को 100 फीसदी ई-फाइलिंग प्रणाली लागू करने और फाइलों का निपटारा 10 घंटे से कम समय में करने के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं।
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (RTU) कोटा में ई गवर्नेंस की दिशा में कदम बढ़ाते हुए ‘राज-काज’ (Raj-Kaj) ई-फाइल प्रणाली को लागू कर दिया है। इसके लागू होने से प्रशासनिक कार्यों में खर्च होने वाले अनावश्यक समय से मुक्ति मिलेगी। इसे 1 जनवरी से अनिवार्य लागू किया जाएगा। इस सिस्टम के लागू होने से फिजिकल के बजाय ऑन लाइन काम होगा। सम्बंधित अधिकारी-कर्मचारी को 10 घंटे के भीतर फाइल का निस्तारण करना होगा। 10 घंटे में निस्तारण नहीं करने पर अलर्ट आना शुरू होगा। RTU के कुलगुरु प्रो. निमित चौधरी ने कहा RTU में 1 जनवरी से फाइलों की सारी मूवमेंट ऑन लाइन हो जाएगी। फाइलें अब टेबलों पर नहीं दिखेगी। फाइल ईमेल की तरह आएंगी उनका तुरंत निस्तारण होगा। राज्य सरकार भी इसकी मॉनिटरिंग करेगी। किस टेबल पर कौनसी फाइल कितनी देर रुकी है। इसका डेटा कलेक्ट होगा। इस सिस्टम से हर कर्मचारी फाइलों के जल्द से जल्द निस्तारण के लिए बाध्य होगा। पुराने सिस्टम में कभी कभी फाइलें ट्रेस नहीं हो पाती थी। या गुम हो जाती थी। या लंबी अवधि तक पड़ी रहती थी। वो अब नहीं होगा। अब फाइल तेजी से प्रोसेस होगी। विश्वविद्यालय में पारदर्शिता, जवाबदेही तथा समयबद्ध कार्य निष्पादन में बढ़ोतरी होगी। संभवतया RTU, राज-काज’ प्रणाली लागू, ई-फाइलिंग लागू करने वाला प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है। RTU के सह जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि कुलगुरु प्रो. निमित चौधरी एवं कुलसचिव भावना शर्मा के कार्यभार ग्रहण करने के बाद से ही प्रशासनिक सुधारों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।राज-काज प्रणाली को लागू करने में दोनों अधिकारियों द्वारा लगातार प्रयास किए। इस प्रणाली के सफल क्रियान्वयन के लिए डीओआईटी, कोटा के अधिकारियों महेन्द्र पाल एवं धीरज द्वारा विश्वविद्यालय के अधिकारियों, शिक्षकों एवं अशैक्षणिक कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है। प्रशिक्षण के दौरान ई-फाइलिंग, फाइल मूवमेंट, समय-सीमा एवं ऑनलाइन अनुमोदन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई है। बता दें तकनीकी शिक्षा विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा भी सभी तकनीकी संस्थानों को 100 फीसदी ई-फाइलिंग प्रणाली लागू करने व फाइलों का निस्तारण 10 घंटे से कम समय में करने के स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं।