युवक पर अंबेडकर, SC/ST समाज के अपमान का आरोप:कोतवाली थाने में परिवाद दर्ज, सख्त कार्रवाई की मांग
चूरू में सोशल मीडिया पर संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर और अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का एक मामला सामने आया है। आरोप है कि रतनगढ़ तहसील के जांदवा निवासी करतार सिंह ने एक रील बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट की। इस रील में उसने डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किया और एससी/एसटी समाज के लोगों के लिए जातिसूचक गालियां दीं। यह वीडियो वायरल होने के बाद समाज में आक्रोश फैल गया। इस मामले को लेकर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश सचिव एडवोकेट अशोक पंवार ने कोतवाली थाने में एक परिवाद प्रस्तुत किया है। परिवाद में बताया गया है कि वायरल वीडियो से न केवल संविधान निर्माता का अपमान हुआ है, बल्कि पूरे एससी-एसटी समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है। एडवोकेट पंवार ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि इस तरह के वीडियो से सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका बनी हुई है। उन्होंने आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने जोर देकर कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर करोड़ों लोगों के आदर्श और संविधान के शिल्पकार हैं, और उनके खिलाफ ऐसी आपत्तिजनक भाषा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जा सकती। एडवोकेट अशोक पंवार ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि पुलिस प्रशासन द्वारा समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं की जाती है, तो एससी/एसटी समाज और कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग आंदोलन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। पुलिस ने परिवाद के आधार पर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों के अनुसार, वायरल वीडियो की तकनीकी जांच की जा रही है। तथ्यों की पुष्टि होने के बाद आरोपी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
SC/ST समाज का अपमान करने के आरोप में एक युवक पर चूरू के कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज।
चूरू में सोशल मीडिया पर संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर और अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का एक मामला सामने आया है।
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आरोप है कि रतनगढ़ तहसील के जांदवा निवासी करतार सिंह ने एक रील बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट की। इस रील में उसने डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किया और एससी/एसटी समाज के लोगों के लिए जातिसूचक गालियां दीं। यह वीडियो वायरल होने के बाद समाज में आक्रोश फैल गया।
इस मामले को लेकर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश सचिव एडवोकेट अशोक पंवार ने कोतवाली थाने में एक परिवाद प्रस्तुत किया है। परिवाद में बताया गया है कि वायरल वीडियो से न केवल संविधान निर्माता का अपमान हुआ है, बल्कि पूरे एससी-एसटी समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है।