बेटी बोली- SHO कहते हैं सीएम से ही करवाओ कार्रवाई:कहा- पिता की हत्या पर शिकायत दी, थाने जाते हैं तो चिल्लाते हैं; CMO से कॉल भी आया था
पिता किसान हैं ट्रैक्टर का सामान लेने गए थे। वापस लौटे ही नहीं। ढूंढा तो उनकी लाश मिली। पुलिस से गुहार लगाने थाने जाते हैं तो SHO गुस्सा हो जाते हैं चिल्लाते हैं। इसके बाद सीएम से सिफारिश करवाई तो अब SHO कहते हैं- सीएम से ही करवा लो कार्रवाई। कहते हुए भरतपुर IG ऑफिस के बाहर बैठी रेनू भावुक हो जाती हैं। मामला भरतपुर के सेवर थाना इलाके का है। कोई कार्रवाई न होने से नाराज बेटी अपने परिजनों के साथ भरतपुर के IG ऑफिस के सामने धरने पर बैठी। यहां करीब 3 घंटे धरना देने के बाद IG के नाम एप्लिकेशन देने के बाद परिजनों ने धरना खत्म किया। सेवर थाना अधिकारी सतीश भारद्वाज ने बताया- रामवीर के परिजनों ने जिन लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है उनसे पूछताछ हो चुकी है। FSL की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। CMO से हमारे पास लेटर आ गया था। रामवीर के परिजन जैसी शिकायत देंगे वैसी कार्रवाई की जाएगी। बाकी वे जो भी आरोप लगा रहे हैं वे सभी बेबुनियाद हैं। ट्रैक्टर के पार्ट्स लेने गए थे, मौत की सूचना आई कोठेन खुर्द (भरतपुर) निवासी रेनू कहती हैं- मेरे पिता रामवीर (50) 9 सितंबर को ट्रैक्टर के औजार लेने के लिए बाइक से गए थे। वह उस दिन घर नहीं आए। उनका फोन भी नहीं उठ रहा था। अगले दिन 10 सितंबर को पुलिस के जरिए सूचना मिली कि रामवीर का शव बांसी के पास झाड़ियों में पड़ा हुआ है। वहीं पिता की बाइक इस इलाके से 10 किमी दूर खटोटि गांव में पड़ी हुई मिली। जमीनी विवाद में हत्या का शक रेनू कहती हैं- मुझे शक है कि पिता जी की हत्या की गई है। पिता का रणधीर और गंभीर निवासी बांसी से जमीन विवाद चल रहा है। उन्होंने ही पिता की षड्यंत्र रचकर हत्या की है। इसकी शिकायत उन्होंने सेवर पुलिस को भी दी लेकिन, पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही। सीएम के यहां से लेटर आ चुका इसके बाद हम परिजनों के साथ सीएम से भी मिले थे। उन्हें अपनी समस्या बताई थी। CM के यहां से लेटर आने के बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही। मेरे पास CMO से फोन भी आया था। उन्होंने मुझे शिकायत संख्या के बारे में भी बताया था। उन्होंने कहा 24 नवंबर को यहां से शिकायत निवारण भेज दिया गया है। आपके पास या तो फ़ोन आ जाएगा या आप मिल लेना। इसके बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। थाने जाते हैं तो SHO हमपर चिल्लाने लग जाते हैं। कहते हैं- सीएम से ही कार्रवाई करवा लो। इसलिए उन्हें मजबूर होकर आईजी ऑफिस के बाहर धरना देना पड़ रहा है। हम चाहते हैं कि पुलिस उनकी शिकायत पर कार्रवाई करे।