सड़क सुरक्षा पर बोले SP-चालान काटने से हादसे नहीं रुकेंगे:'लोगों को जागरूक भी करना होगा'; बांसवाड़ा में रोड एक्सीडेंट पर मंथन
बांसवाड़ा जिले में सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने और यातायात नियमों के प्रति जनजागरूकता फैलाने के उद्देश्य से अहम बैठक सोमवार को हुई। बैठक का आयोजन लियो स्कूल परिसर में किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने की। इसमें पुलिस मित्र और सीएलजी सदस्यों ने भाग लिया। एसपी सुधीर जोशी बोले- सख्ती के साथ समझाइश जरूरी बैठक में एसपी सुधीर जोशी ने कहा- केवल पुलिस की सख्ती या चालान काटने से दुर्घटनाएं नहीं रोकी जा सकतीं। जिले में 'जीवन रक्षा' अभियान चलाया जा रहा है ताकि सड़क हादसों में होने वाली मौतों की दर को कम किया जा सके। पुलिस एक ओर जहां लोगों को जागरूक कर रही है, वहीं शराब पीकर वाहन चलाना और ओवर स्पीडिंग पर सख्त कार्रवाई भी जारी हैं। पिछले दो महीनों में किए गए प्रयासों से पिछले वर्ष की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है। यह जागरूकता कार्यक्रम यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। युवाओं को जागरूक करने की जिम्मेदारी एसपी ने पुलिस मित्रों को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्रों में युवाओं को हेलमेट की अनिवार्यता और सीट बेल्ट के उपयोग के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि नियमों का पालन किसी डर से नहीं, बल्कि सुरक्षा की भावना से होना चाहिए। कलेक्टर की अपील: नियमों को जीवन का हिस्सा बनाएं बैठक में जिला कलेक्टर इंद्रजीत यादव भी मौजूद रहे। उन्होंने सामूहिक प्रयासों पर बल देते हुए कहा कि जब आमजन स्वयं जागरूक होकर नियमों का पालन करेंगे, तभी प्रशासन के प्रयासों को सफलता मिलेगी। कार्यक्रम के दौरान लोगों को यातायात नियमों की शपथ भी दिलाई गई और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूक किया गया। इस दौरान एएसपी नरपत सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
बांसवाड़ा जिले में सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने और यातायात नियमों के प्रति जनजागरूकता फैलाने के उद्देश्य से अहम बैठक सोमवार को हुई। बैठक का आयोजन लियो स्कूल परिसर में किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने की। इसमें पुलिस मित्र और सीएलजी सदस्यों ने भाग लिया। एसपी सुधीर जोशी बोले- सख्ती के साथ समझाइश जरूरी बैठक में एसपी सुधीर जोशी ने कहा- केवल पुलिस की सख्ती या चालान काटने से दुर्घटनाएं नहीं रोकी जा सकतीं। जिले में 'जीवन रक्षा' अभियान चलाया जा रहा है ताकि सड़क हादसों में होने वाली मौतों की दर को कम किया जा सके। पुलिस एक ओर जहां लोगों को जागरूक कर रही है, वहीं शराब पीकर वाहन चलाना और ओवर स्पीडिंग पर सख्त कार्रवाई भी जारी हैं। पिछले दो महीनों में किए गए प्रयासों से पिछले वर्ष की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है। यह जागरूकता कार्यक्रम यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। युवाओं को जागरूक करने की जिम्मेदारी एसपी ने पुलिस मित्रों को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्रों में युवाओं को हेलमेट की अनिवार्यता और सीट बेल्ट के उपयोग के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि नियमों का पालन किसी डर से नहीं, बल्कि सुरक्षा की भावना से होना चाहिए। कलेक्टर की अपील: नियमों को जीवन का हिस्सा बनाएं बैठक में जिला कलेक्टर इंद्रजीत यादव भी मौजूद रहे। उन्होंने सामूहिक प्रयासों पर बल देते हुए कहा कि जब आमजन स्वयं जागरूक होकर नियमों का पालन करेंगे, तभी प्रशासन के प्रयासों को सफलता मिलेगी। कार्यक्रम के दौरान लोगों को यातायात नियमों की शपथ भी दिलाई गई और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूक किया गया।