किसान बोला-मेरे खेत में अवैध रूप से हो रहा पत्थर-खनन:'रोकने गए तो पीटा, पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई'; अब SP से लगाई गुहार
जालोर के रानीवाड़ा का एक किसान मंगलवार को एसपी ऑफिस पहुंचा और अवैध खनन के मामले में कार्रवाई न होने की शिकायत की। किसान ने बताया कि मेरे खेत से अवैध रूप से पत्थर का खनन किया जा रहा है। खनन करने वाले लोग प्रभावशाली हैं। इसलिए पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही। हमने रोकने की कोशिश की तो पीटा। जातिसूचक गालियां दीं। रानीवाड़ा के गोलवाड़ा गांव निवासी किसान रतनाराम भील पुत्र सलेमाराम ने बताया- 10 दिसंबर को मेरे साथ मारपीट की गई थी। पुलिस थाना रानीवाड़ा में मामला दर्ज कराया। लेकिन पुलिस ने अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच की जाए। गाली-गलौज और मारपीट की किसान रतनाराम ने बताया- मेरी पुश्तैनी खातेदारी जमीन मौजा-गोलवाड़ा की सरहद में स्थित खसरा नम्बर 807/355 रकबा 0.72 हैक्टेयर है। 10 दिसम्बर की सुबह करीब 8 बजे मैं अपने साथियों के साथ मेरी जमीन पर पहुंचा तो देखा कि जालेरा खुर्द गांव के राजूराम पुत्र वेलाराम चौधरी व अन्य लोग क्रशर मशीन और डंपर के जरिए पत्थर का अवैध खनन कर रहे थे। मैंने विरोध किया तो जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया और मारपीट की। राजनीतिक प्रभाव के कारण कार्रवाई नहीं रतनाराम ने बताया- घटना के दूसरे दिन 11 दिसंबर को मैं रानीवाड़ा थाने पहुंचा और एसीएसटी का मामला दर्ज कराया। लेकिन राजनीतिक पहुंच व प्रभाव के चलते अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई है। इससे उनके हौसले बुलंद हैं। आरोपी अब मुझ पर और गवाहों पर समझौते के लिए दबाव बना रहे हैं। हमारे जान-माल व भूमि पर कब्जे का खतरा बना हुआ है। पीड़ित ने उच्च अधिकारियों से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए। साथ ही प्रकरण की जांच अन्य अधिकारी से कराने की मांग की है। प्रभावशाली व धनबल वाले आरोपियों को पुलिस संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते जांच में ढिलाई बरती जा रही है।
जालोर के रानीवाड़ा का एक किसान मंगलवार को एसपी ऑफिस पहुंचा और अवैध खनन के मामले में कार्रवाई न होने की शिकायत की। किसान ने बताया कि मेरे खेत से अवैध रूप से पत्थर का खनन किया जा रहा है। खनन करने वाले लोग प्रभावशाली हैं। इसलिए पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही। हमने रोकने की कोशिश की तो पीटा। जातिसूचक गालियां दीं। रानीवाड़ा के गोलवाड़ा गांव निवासी किसान रतनाराम भील पुत्र सलेमाराम ने बताया- 10 दिसंबर को मेरे साथ मारपीट की गई थी। पुलिस थाना रानीवाड़ा में मामला दर्ज कराया। लेकिन पुलिस ने अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच की जाए। गाली-गलौज और मारपीट की किसान रतनाराम ने बताया- मेरी पुश्तैनी खातेदारी जमीन मौजा-गोलवाड़ा की सरहद में स्थित खसरा नम्बर 807/355 रकबा 0.72 हैक्टेयर है। 10 दिसम्बर की सुबह करीब 8 बजे मैं अपने साथियों के साथ मेरी जमीन पर पहुंचा तो देखा कि जालेरा खुर्द गांव के राजूराम पुत्र वेलाराम चौधरी व अन्य लोग क्रशर मशीन और डंपर के जरिए पत्थर का अवैध खनन कर रहे थे। मैंने विरोध किया तो जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया और मारपीट की। राजनीतिक प्रभाव के कारण कार्रवाई नहीं रतनाराम ने बताया- घटना के दूसरे दिन 11 दिसंबर को मैं रानीवाड़ा थाने पहुंचा और एसीएसटी का मामला दर्ज कराया। लेकिन राजनीतिक पहुंच व प्रभाव के चलते अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई है। इससे उनके हौसले बुलंद हैं। आरोपी अब मुझ पर और गवाहों पर समझौते के लिए दबाव बना रहे हैं। हमारे जान-माल व भूमि पर कब्जे का खतरा बना हुआ है। पीड़ित ने उच्च अधिकारियों से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए। साथ ही प्रकरण की जांच अन्य अधिकारी से कराने की मांग की है। प्रभावशाली व धनबल वाले आरोपियों को पुलिस संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते जांच में ढिलाई बरती जा रही है।