सवाई माधोपुर शहर में आया लेपर्ड,VIDEO:15 मिनट तक स्कूल की दीवार पर घूमता रहा, फिर जंगल में भागा
सवाई माधोपुर शहर में इन दिनों लेपर्ड का मूवमेंट लगातार बढ़ता जा रहा है। कुछ दिनों पहले ही एक लेपर्ड ने सात साल के विक्रम बंजारा पर हमला कर उसे मार डाला था। इसके बाद स्थानीय लोगों में लेपर्ड को लेकर लगातार डर बना हुआ है। मामला शहर के 72 सीढ़ी स्कूल का है। यहां लेपर्ड 15 मिनट तक घूमता रहा। इसके बाद वह जंगल में चला गया। स्थानीय लोगों ने वन विभाग ने पिंजरा लगाने की मांग की है। शहरवासियों ने फिर से लेपर्ड पकड़ने की मांग दरअसल, बीती रात करीब साढ़े बजे एक लेपर्ड 72 सीढ़ी स्कूल पर आ गया। यहां लेपर्ड करीब 15 मिनट तक स्कूल की दीवार पर चहलकदमी करता रहा। इसके बाद लेपर्ड ने रानी हिंडोला की पहाड़ी की तरफ रूख किया। फिलहाल यहां लेपर्ड का हमले में सात वर्षीय बालक की मौत होने के दहशत का माहौल था। हालांकि वन विभाग ने घटनास्थल के पास से उस लेपर्ड को पकड़ लिया था। जिसके बाद अब फिर से लेपर्ड के मूवमेंट से दहशत का माहौल बना हुआ है। शहरवासियों को कहना है कि यहां पिछले चार-पांच दिनों से लेपर्ड का मूवमेंट बना हुआ है।बहरहाल शहरवासियों ने लेपर्ड को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की है।
सवाई माधोपुर शहर में इन दोनों लेपर्ड का आतंक छाया हुआ है यहां हाल ही में कुछ दिन पहले एक लेपर्ड ने सात वर्षीय बालक विक्रम बंजारा को मार डाला था। जिसके बाद वन विभाग ने लेपर्ड को पिंजरे में कैद कर जंगल में छोड़ दिया था। जिसके बाद अब फिर से यहां लेपर्ड का मूवमेन्ट बना हुआ है। शहरवासियों ने फिर से लेपर्ड पकड़ने की मांग दरअसल, बीती रात करीब साढ़े बजे एक लेपर्ड 72 सीढ़ी स्कूल पर आ गया। यहां लेपर्ड करीब 15 मिनट तक स्कूल की दीवार पर चहलकदमी करता रहा। जिसके बाद लेपर्ड ने रानी हिंडोला की पहाड़ी की तरफ रूख किया। फिलहाल यहां लेपर्ड का हमले में सात वर्षीय बालक की मौत होने के दहशत का माहौल था। हालांकि वन विभाग ने घटनास्थल के पास से उस लेपर्ड को पकड़ लिया था। जिसके बाद अब फिर से लेपर्ड के मूवमेंट से दहशत का माहौल बना हुआ है। शहरवासियों को कहना है कि यहां पिछले चार-पांच दिनों से लेपर्ड का मूवमेंट बना हुआ है।बहरहाल शहरवासियों ने लेपर्ड को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की है। जिससे लेपर्ड को पकड़कर लोगों को लेपर्ड के आतंक से मुक्ति दिलाई जा सके। जिससे लोगों के बीच बनी हुई अनहोनी की आशंका खत्म हो सके।